अमेरिका में चुनाव प्रचार के अंतिम दौर में दोनों उम्मीदवारों ने एक-दूसरे के गढ़ में पूरी ताकत लगा दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पेनसिल्वानिया में कहा कि मतदान के बाद कई हफ्ते तक परिणाम स्पष्ट नहीं होगा। देश में अराजकता और अव्यवस्था का माहौल रहेगा।
दूसरी ओर डेमोक्रेटिक प्रत्याशी जोसेफ बाइडेन ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के साथ मिशिगन में प्रचार किया। वायरस महामारी पर दोनों प्रत्याशियों के बुनियादी रुख में एक बार फिर अंतर सामने आया है। बाइडेन महामारी को गंभीरता से लेने की बात कर रहे हैं। वहीं ट्रम्प ने वायरस पर फोकस करने के लिए अपने प्रतिद्वंद्वी की खिल्ली उड़ाई है।
3 नवंबर को मतदान के बाद भी फैसला नहीं
पेनसिल्वानिया के न्यूटाउन और रीडिंग में ट्रम्प ने कहा कि 3 नवंबर को मतदान के बाद भी चुनाव का फैसला नहीं हो पाएगा। मतपत्रों की गिनती नहीं हो सकेगी। न्यूटाउन में उन्होंने कहा, लोगों को कई सप्ताह तक परिणाम का इंतजार करना पड़ेगा। समय पर नतीजा नहीं आएगा क्योंकि पेनसिल्वानिया बहुत बड़ा राज्य है। 3 नवंबर चला जाएगा और हमें जानकारी नहीं मिलेगी। हम अपने देश में अव्यवस्था फैलते हुए देखेंगे।
राष्ट्रपति ने रीडिंग में सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का जिक्र किया। उन्होंने बताया, कोर्ट ने पेनसिल्वानिया के रिपब्लिकन नेताओं द्वारा 3 नवंबर के तीन दिन बाद तक डाक मतपत्र गिनती में शामिल करने के आग्रह को नामंजूर कर दिया। राष्ट्रपति ने फैसले को निराशाजनक बताया।
फिलाडेल्फिया में धांधली की आशंका जताई
ट्रम्प ने अश्वेत बहुल शहर फिलाडेल्फिया में सुरक्षित और निष्पक्ष मतदान पर संदेह जताया। उन्होंने कहा,क्या वोटिंग खत्म होने के बाद रहस्यमय तरीके से कुछ और मतपत्र मिलने वाले हैं। फिलाडेल्फिया में विचित्र घटनाएं होती रहती हैं। ट्रम्प ने 2016 में भी यह रणनीति अपनाई थी।
देश में लंबे समय से इस सवाल पर चर्चा हो रही है कि महत्वपूर्ण राज्यों में कितने लंबे समय तक मतपत्रों का इंतजार किया जाए। यह सवाल भी उठे हैं कि चुनाव के दिन कुछ राज्यों में आगे होने की स्थिति में क्या ट्रम्प अपनी विजय की घोषणा कर देंगे। वे पूरे परिणाम की प्रतीक्षा नहीं करेंगे।
ओबामा संग बाइडेन ने की रैली
फ्लिंट, मिशिगन में ओबामा ने बाइडेन के साथ ड्राइव इन रैली में हिस्सा लिया। पिछले दो सप्ताह से ओबामा अकेले प्रचार कर रहे थे। शनिवार को पहली बार चुनाव में ओबामा और बाइडेन एक साथ नजर आए। ओबामा ने भीड़ भरी रैलियां करने के लिए ट्रम्प का मजाक उड़ाया। उन्होंने कहा, क्या फॉक्स न्यूज ट्रम्प का ध्यान नहीं रख रहा है।
पेनसिल्वानिया और मिशिगन को तथाकथित ब्लू वॉल (डेमोक्रेटिक समर्थक) का हिस्सा कहा जाता है। इसमें एक अन्य राज्य विस्कांसिन शामिल है। अभी हाल हुए संसदीय चुनावों में दोनों राज्यों में डेमोक्रेटिक पार्टी को जीत मिली थी। वैसे, 2016 के चुनाव में हिलेरी क्लिंटन पर ट्रम्प की जीत में इन राज्यों की भूमिका महत्वपूर्ण रही। 2020 के चुनाव अभियान में तीनों राज्यों में ट्रम्प की स्थिति सर्वेक्षणों में कमजोर दिखाई पड़ रही है। वैसे, ट्रम्प के सलाहकार पेनसिल्वानिया में जीत की आशा रखते हैं।
सर्वे बता रहे चार निर्णायक राज्यों में अब तक बाइडेन ही आगे
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में एरिजोना, फ्लोरिडा, पेन्सिलवेनिया और विस्कोन्सिन निर्णायक भूमिका में रहते हैं। इस बार इन चारों राज्यों में डेमोक्रेटिक कैंडिडेट जो बाइडेन राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प पर भारी पड़ते दिख रहे हैं। अभी तक के सभी सर्वे बता रहे हैं कि बाइडेन इन राज्यों में क्रमश 6,3,6 और 12 अंकों की लीड ले चुके हैं।
हालांकि, पिछले महीने वे इन राज्यों में थोड़े कमजोर दिख रहे थे। फ्लोरिडा में बेशक बाइडेन की लीड सिर्फ 3 अंकों की है। लेकिन, चुनावी विशेषज्ञ इसे बेहद अहम बता रहे हैं। क्योंकि, फ्लोरिडा में ट्रम्प लगातार संघर्ष कर रहे हैं। सर्वे में यह भी सामने आया है कि कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से ट्रम्प की स्थिति खराब हुई है।
क्योंकि, वे 2.36 लाख लोगों की मौत के बाद भी इसे साधारण फ्लू बता रहे हैं। दूसरी ओर, बाइडेन अपने हर संबोधन में कोरोना से होने वाली मौतों का जिम्मेदार ट्रम्प को ठहरा रहे हैं। चुनावी विशेषज्ञ भी मानते हैं कि कोरोना का मुद्दा ट्रम्प पर भारी पड़ सकता है, क्योंकि महामारी के वजह से बढ़ रही बेरोजगारी दर के आंकड़े ट्रम्प भी छिपा नहीं पा रहे हैं।
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