(मोली बॉल)कोरोनावायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित अमेरिका में राज्यों के गवर्नर अब भी टेस्ट किट और उपकरणों की कमी से जूझ रहे हैं। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने टेस्टिंग और जरूरी उपकरणों के इंतजाम की जिम्मेदारी राज्यों पर डाल दी है। वैसे, केंद्र सरकार ने राज्यों को कुछ साज-सामान की सप्लाई की है। लेकिन, अधिकतर राज्य अपने स्तर पर इंतजाम करते हैं। वे विदेशों से स्वयं सामान मंगवा रहे हैं।संकट गहराने के बावजूद राष्ट्रपति के रुख ने कठिन स्थितियां पैदा की हैं। गवर्नरों को अब अपने राज्यों में लॉकडाउन खोलने से जुड़ा सबसे मुश्किल फैसला करना है।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चाहते हैं कि तीन चरणों में कारोबार शुरू किया जाए। जनजीवन सामान्य बनाने की शुरुआत हो। कई राज्यों में प्रतिबंध हटाने के पक्ष में पिछले कुछ दिनों से प्रदर्शन हो रहे हैं। गवर्नरों के सामने सवाल है कि जनता के स्वास्थ्य और आर्थिक गतिविधियों के बीच संतुलन कैसे बनाया जाए?
ट्रम्प के रूख को देखते हुए गवर्नरों ने एक-दूसरे से संपर्क बढ़ाया
मैरीलैंड के गर्वनर लैरी होगन ने एक पहल की है। इसके तहत ट्रम्प के रूख को देखते हुए गवर्नरों ने एक-दूसरे से संपर्क बढ़ाया है। दरअसल, होगननेशनल गवर्नर्स एसोसिएशन (एनजीए) के चेयरमैन हैं। होगन ट्रम्प की रिपब्लिकन पार्टी के हैं। वे ट्रम्प का खुलकर विरोध करते हैं। होगन ने टाइम को बताया कि वे पिछले 24 घंटों में न्यूयॉर्क के गर्वनर एंड्रयू कुओमो, इलिनॉय के गवर्नर जे बी प्रिट्जकर और एरिजोना के गर्वनर डग ड्यूसी से संपर्क कर चुके हैं। वर्तमान संकट में गवर्नरों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण हो गई है, क्योंकि ट्रम्प राष्ट्रीय स्तर पर तालमेल बनाने की बजाय हमेशा अपने कामकाज को सही बताते हैं। दूसरों को दोषी ठहराते हैं।
विशेषज्ञों ने वायरस के गंभीर नतीजों की चेतावनी दी थी
होगन ने जुलाई में एनजीए चेयरमैन का पद संभाला था। फरवरी की शुरुआत में जब वाशिंगटन में गर्वनरों का छमाही सम्मेलन हुआ, तब भी ट्रम्प कोरोना वायरस को हल्के तौर पर ले रहे थे। वे कहते थे, यह स्वयं चला जाएगा। होगन ने गवर्नरों को वायरस के संबंध में जानकारी देने के लिए विशेषज्ञों की बैठक बुलाई थी। उनमें राष्ट्रीय एलर्जी संक्रामक बीमारी संस्थान के डायरेक्टर डॉ. एंथोनी फॉसी और बीमारी नियंत्रण, रोकथाम सेंटर के प्रमुख डॉ. रॉबर्ट रेडफील्ड भी शामिल थे। उस समय विशेषज्ञों ने वायरस के गंभीर नतीजों की चेतावनी दी थी।
होगन ने अपने राज्य में सबसे पहले इमरजेंसी घोषित की
होगन अपने राज्य में सबसे पहले इमरजेंसी घोषित करने वाले गवर्नरों में एक हैं। उन्होंने सबसे पहले स्कूल बंद करने के आदेश दिए थे। केंद्र सरकार से टेस्ट किट का इंतजाम ना होने पर होगन ने दक्षिण कोरिया की कंपनी से सीधे पांच लाख जांच किट मंगवाए थे। होगन की पत्नी दक्षिण कोरियाई हैं। इससे ट्रम्प गुस्सा हो गए थे। होगन हर दिन गवर्नरों से टेलीकांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात करते हैं। महामारी फैलने के बाद 44 गवर्नर उनसे चर्चा कर चुके हैं।
कई गवर्नर बोले: ट्रम्प की रुचि मदद में नहीं बल्कि उन्हें दोषी ठहराने में ज्यादा
राष्ट्रपति ने 29 मार्च को एबॉट लैबोरेटरी के रेपिड टेस्टिंग डिवाइस की प्रशंसा की थी। उससे पांच मिनट में जांच का नतीजा आने का दावा किया था। लेकिन, असलियत कुछ अलग है। कई राज्यों के गवर्नरों को इनसे शिकायत है। एक गवर्नर का कहना है कि उन्हें नहीं मालूम कि वाशिंगटन में किससे टेस्ट के लिए संपर्क किया जाए। कुछ गवर्नरों का कहना है कि ट्रम्प प्रशासन की दिलचस्पी उनकी मदद में नहीं बल्कि राज्यों को दोषी ठहराने में अधिक है।
(टाइम और टाइम लोगो रजिस्टर्ड ट्रेडमार्क हैं। इनका इस्तेमालअनुबंध के तहत किया गया है)
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2zQ1p7T
0 comments:
Post a Comment